रानीगंज: रामनवमी के अवसर पर विश्व हिंदू परिषद की तरफ से विशाल शोभायात्रा

क्षेत्र से भी हजारों के साथ संख्या में श्रद्धालु आते हैं और रामनवमी के इस विशाल शोभायात्रा में सम्मिलित होते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से पूरे बंगाल के साथ-साथ रानीगंज के सनातन धर्म को मानने वाले लोग एकत्रित हो रहे हैं

author-image
Jagganath Mondal
एडिट
New Update
organized by the Vishwa Hindu Parishad

organized by the Vishwa Hindu Parishad

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: रामनवमी के अवसर पर रानीगंज में विश्व हिंदू परिषद की तरफ से विशाल शोभायात्रा निकाली गई। रानीगंज के सीताराम जी भवन से निकलकर यह शोभायात्रा बड़ा बाजार सीआर रोड बर्न्स प्लाट थाना मोड शिशु बागान होते हुए वापस सीताराम जी भवन में आकर समाप्त होगी। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषदके शुभम राउत ने कहा कि रानीगंज की है शोभायात्रा ऐतिहासिक शोभायात्रा है इसमें सिर्फ रानीगंज नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्र से भी हजारों के साथ संख्या में श्रद्धालु आते हैं और रामनवमी के इस विशाल शोभायात्रा में सम्मिलित होते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से पूरे बंगाल के साथ-साथ रानीगंज के सनातन धर्म को मानने वाले लोग एकत्रित हो रहे हैं और आज इस शोभायात्रा में एक बार फिर वही दृश्य देखा गया। 

वही इस बारे में विश्व हिंदू परिषद के सचिव माणिक वर्मा ने कहा कि आज रामनवमी के अवसर पर विजयादशमी के दिन विशाल शोभायात्रा निकाली है यह शोभायात्रा सीताराम जी भवन से शुरू होकर रानीगंज के विभिन्न क्षेत्रों की परिक्रमा करेगी। इस दौरान यहां पर विभिन्न झांकियां भी रहेगी उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कम से कम 150000 श्रद्धालु इस शोभायात्रा में सम्मिलित होंगे। ‌इस बारे में विश्व हिंदू परिषद के आसनसोल जिला अध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा कि रामनवमी बेहद महत्वपूर्ण त्यौहार है रामनवमी के दिन त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम अवतरित हुए थे। आज दशमी के उपलक्ष पर विश्व हिंदू परिषद की तरफ से रानीगंज में विशाल शोभायात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरे बंगाल में सिलीगुड़ी और इस्लामपुर के बाद रानीगंज में ही सबसे बड़ी शोभायात्रा निकाली जा रही है। मनीष शर्मा ने कहा कि त्रेता युग में सिर्फ एक रावण था लेकिन आज हर एक इंसान के अंदर एक रावण छुपा हुआ है। जब तक हम अपने अंदर के रावण का नाश नहीं करते तब तक सही मायने में राम राज्य स्थापित नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि रामराज्य का मतलब लोगों के बीच भेदभाव को पूरी तरह से समाप्त कर देना है और आज के इस विशाल शोभायात्रा से वह समाज को यही संदेश देना चाहते हैं।