स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (SUCI) के सान्निध्य में प्रदर्शनकारियों ने एसडीओ कार्यालय का घेराव कर सरकार की नीतियों के विरोध कानून तोड़ो आंदोलन के आयोजन किया और जबरदस्त नारेबाजी की। SUCI नेताओं का आरोप है कि शिक्षा, रोजगार और न्याय से जुड़े अहम मुद्दों पर सरकार चुप हैं और आम जनता और छात्र वर्ग संघर्षरत हैं। SUCI के नेता बबला भट्टाचार्य ने कहा कि शिक्षा अब अधिकार नहीं, बल्कि कारोबार बन गई है। सरकारों की नीतियां निजीकरण को बढ़ावा दे रही हैं, जिससे गरीबों के लिए पढ़ाई नामुमकिन होती जा रही है। उनकी मांग है कि सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जाएं, फीस में कटौती हो और शिक्षा को पूरी तरह सरकारी नियंत्रण में लाया जाए।
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प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सीबीआई, केंद्र और राज्य सरकारें आपस में दोषारोपण में लगे हैं और कोई समाधान नहीं निकलते।प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकारें स्थायी रोजगार खत्म कर रही हैं और निजीकरण को बढ़ावा दे रही हैं, जिससे युवा पीढ़ी बेरोजगार होती जा रही है। उन्होंने सरकारी क्षेत्र में नौकरियों की संख्या बढ़ाने और संविदा व्यवस्था खत्म करने की मांग की। उन्होंने एसडिओ को लिखित ज्ञापन देते हुए धमकी भी दिया कि अगर इसपर जल्दी कार्यवाही नहीं हुई तो आंदोलन और विशाल हो जाएगा।