टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: रानीगंज चैंबर ऑफ़ कॉमर्स भवन में आज बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के अधिकारियों और रानीगंज चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के पदाधिकारीयों और सदस्यों के साथ एक इंटरएक्टिव सेशन का आयोजन किया गया। इस दौरान यहां पर बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के कोलकाता जोन के सेंट्रल प्रोसेसिंग कॉल हेड सानूजित मोहंती पत्रकारों से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र काफी पुरानी बैंक है। इसकी स्थापना 1935 को हुई थी और 1969 में इसका राष्ट्रीयकरण हुआ था। उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र हमेशा कोशिश करते रहती है कि अपने ग्राहकों को उच्च स्तरीय सेवा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के व्यापार में काफी बढ़ोतरी हुई है और अब बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के प्रबंधन से जुड़े लोगों की कोशिश है कैसे पूरे भारत में ज्यादा से ज्यादा फैलाया जा सके। उनकी कोशिश यह रहेगी कि अब हर जिले में बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र की दो शाखाएं खोली जाए। इनमें बेहद कम ब्याज पर स्टूडेंट लोन की व्यवस्था है। इसके अलावा व्यापारियों के लिए भी ₹1 से लेकर 10 लाख रुपए तक लोन की व्यवस्था है। इसके अलावा जीरो बैलेंस पर अकाउंट खुलवाया जाएगा जिससे कि वह सरकार के विभिन्न सब्सिडी अपने अकाउंट में पा सकें। उन्होंने कहा कि अगर कोई विद्यार्थी बैंक में आरडी खोलता है तो आगे चलकर अगर वह बैंक से एजुकेशन लोन लेना चाहता है तो उसे अच्छी खासी रियायत दी जाती है।
वही इस मौके पर संवाददाता सम्मेलन में मौजूद रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के बैंकिंग कमेटी के चेयरमैन अनिल लोहारू वाला ने कहा कि रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स एक ब्रिज का काम करती है जिससे कि व्यापारियों और बैंक के बीच एक अच्छा संबंध बने और बैंक को भी फायदा हो और व्यापारियों को भी।