टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : पांडवेश्वर विधानसभा के ईसीएल के बंकोला क्षेत्र के तिलाबनी कोलियरी में आधुनिक तरीके से खदान के नीचे से कोयला निकालने के लिए निजी कंपनी को एमडीओ (माइन डेवलपर एंड ऑपरेटर) विधि का आर्डर दिया गया है। उस एमडीओ परियोजना पर काम पहले ही शुरू हो चुका है, हालांकि कोयला खनन अभी तक शुरू नहीं हुआ है। ईसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता मंगलवार को बंकोला इलाके में तिलाबनी कोलियरी के एमडीओ प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने वाले हैं।
ईसीएल के सीएमडी इस क्षेत्र में आ रहे हैं तो उनके कानों तक खबर पहुंचते ही मंगलवार की सुबह से श्रमिक संगठन सीटू, इंटक और एआईसीसीटीयू के लोगों ने विरोध सभा की। इस विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में सीटु जिला सचिव बंशगोपाल चौधरी बंकोला क्षेत्र के ईंटक नेता कृष्णा रॉय सीएमएसआई (सीटू) संगठन सचिव गौरांग चटर्जी , सोमनाथ चटर्जी उपस्थित थे। कोलियरी श्रमिक संगठनों का दावा है कि ईसीएल के बंकोला क्षेत्र के अधिकारी हमेशा कोलियरी के स्थायी श्रमिकों को स्थानांतरण की धमकी देते रहते हैं।
आज के विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में आये बंशगोपाल चौधरी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार एमडीओ के नाम पर कोलियरियों का निजीकरण करने की साजिश रच रही है। आज का आंदोलन केंद्र की इसी नीति के खिलाफ है। वंश बाबू ने यह भी कहा कि अगर ईसीएल इस आंदोलन के फलस्वरूप एमडीओ का काम बंद नहीं करेगा तो आने वाले दिनों में ईसीएल के पास आंदोलन रोकने की ताकत नहीं होगी। आज के बाद 19 तारीख को इस क्षेत्र के सभी श्रमिक संगठनों के लोग आने वाले दिनों के लिए आंदोलन की रूपरेखा तय करेंगे। इस बीच, श्रमिक संगठन सीटू, इंटक और एआईसीसीटीयू के नेता और कार्यकर्ता एमडीओ परियोजना स्थल पर विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं और परियोजना के उद्घाटन के लिए बनाए गए मंच पर कब्जा कर लिया है। यह खबर मिलने के बाद ईसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता बिना उद्घाटन किये ही वापस लौट गये। ऐसे में राजनीतिक हलके का एक वर्ग सीएमडी के बिना उद्घाटन किये। वापस लौटने को श्रमिक संगठन की शुरुआती जीत मान रहा है।