स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : दिवाली के मौके पर हावड़ा के दक्षिणेश्वर स्थित आद्यापीठ काली मंदिर में भक्तों में खास उत्साह देखा गया। दिवाली या रोशनी का त्योहार भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह दिन खास तौर पर देवी लक्ष्मी और देवी काली की पूजा के लिए जाना जाता है। मां काली को समर्पित दक्षिणेश्वर काली मंदिर में दिवाली की रात भक्तों का तांता लगा रहता है। पूजा के साथ-साथ भक्त मंदिर परिसर में दीप जलाते हैं और विशेष प्रसाद चढ़ाते हैं। मंदिर का वातावरण बहुत पवित्र और उज्ज्वल हो जाता है। साथ ही मंदिर परिसर को दीपों और रोशनी से सजाया जाता है, जो भक्तों के मन में एक विशेष आनंद और एकता का संचार करता है। कई लोग अपने परिवार के साथ मंदिर जाते हैं और मां काली से आशीर्वाद मांगते हैं।
इस दिन दक्षिणेश्वर काली मंदिर में उपस्थित भक्तों में विभिन्न आयु वर्ग के लोग शामिल होते हैं जो खुशी और धार्मिक भावना के साथ पूजा में भाग लेते हैं। मंदिर के आस-पास के बाजार में दिवाली के अवसर पर विभिन्न प्रकार की वस्तुएं भी बिकती हैं, जो त्योहार के आनंद को दोगुना कर देती हैं। कुल मिलाकर, दिवाली के अवसर पर दक्षिणेश्वर के काली मंदिर में भक्तों की भीड़ वास्तव में एक असाधारण दृश्य है।