स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: रंगों के त्योहार होली में बस कुछ ही दिन बचे हैं, जिसके बाद होली मनाई जाएगी। 14 मार्च को देशभर में यह रंग-बिरंगा त्योहार मनाया जाएगा। अगर आप इस साल रंगों के इस त्योहार को खास अंदाज में मनाना चाहते हैं, तो इस साल होली को पारंपरिक तरीके से जरूर मनाएं। और इसके लिए अपनी लिस्ट में इन 3 जगहों को जरूर रखें।
1.वृंदावन: वृंदावन भगवान कृष्ण की पवित्र जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है और होली के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक है। यहाँ स्थानीय लोग और पर्यटक रंगों से खेलने के लिए एक साथ आते हैं। वे सड़कों पर नाचते-गाते और भक्ति गीत गाते हुए त्योहार मनाते हैं। वहाँ कैसे पहुँचें?
ट्रेन से: आप दिल्ली के हज़रत निज़ामुद्दीन या नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मथुरा जंक्शन के लिए ट्रेन ले सकते हैं। वहाँ से वृंदावन 15 किलोमीटर दूर है। ट्रेन का किराया 180 से 800 रुपये है।
बस से: दिल्ली के कश्मीरी गेट और आनंद विहार बस टर्मिनल से सीधी बसें उपलब्ध हैं। यात्रा में 3-4 घंटे लगते हैं और किराया 240 से 500 रुपये तक है।
2.वाराणसी: काशी के नाम से मशहूर वाराणसी न सिर्फ तीर्थस्थल है, बल्कि होली के लिए भी मशहूर है। यहां गंगा घाट पर होली का खास आयोजन होता है, जहां देश-विदेश से लोग रंगों की मस्ती में झूमने आते हैं। कैसे पहुंचें?
ट्रेन से: आप दिल्ली-वाराणसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस या शताब्दी एक्सप्रेस से जा सकते हैं। इसमें 12-14 घंटे लगते हैं। स्लीपर क्लास का किराया 400 रुपये और फर्स्ट क्लास एसी का किराया 2700 रुपये तक है।
बस से: आप दिल्ली से वाराणसी बस से भी जा सकते हैं। सड़क की स्थिति के हिसाब से इसमें 14-16 घंटे लग सकते हैं। बस का किराया 540 से 1400 रुपये है।
3.पुष्कर: राजस्थान का पुष्कर अपने ऊँट मेले और खूबसूरत झीलों के लिए मशहूर है। लेकिन होली के दौरान इस जगह की रौनक ही कुछ और होती है। सड़कों पर रंग-गुलाल की लड़ाइयाँ होती हैं और कई तरह के आनंदपूर्ण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। वहाँ कैसे पहुँचें?
ट्रेन से: आप नई दिल्ली से अजमेर जंक्शन के लिए ट्रेन ले सकते हैं। इसमें 6-7 घंटे लगते हैं। वहाँ से पुष्कर 15 किलोमीटर दूर है, जो बस या टैक्सी से 30 मिनट की दूरी पर है।
बस से: दिल्ली के कश्मीरी गेट और आनंद विहार से पुष्कर के लिए सीधी बसें उपलब्ध हैं। इसमें 10-12 घंटे लगते हैं। किराया 700 से 5,000 रुपये तक है।
यदि आप इस होली एक अनोखा अनुभव चाहते हैं, तो वाराणसी, वृंदावन और पुष्कर को अपने सर्वोत्तम गंतव्यों के रूप में चुनें।