महाशिवरात्रि पर सजेंगी ये 5 मंदिर, जानिए पूरी जानकारी (Video)
12वें ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में रात भर भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है। लोककथाओं के अनुसार, भगवान शिव स्वयं यहाँ जमीन से निकले थे, उन्होंने दूषण नामक राक्षस को हराया था और भक्तों के अनुरोध पर इस स्थान पर बस गए थे।
एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : देशभर में महाशिवरात्रि के अवसर पर धार्मिक माहौल और भक्तिमय धुनें सुनाई दे रही हैं। शिव भक्त ही नहीं, बल्कि सभी लिंग के सभी हिंदू, उपवास, पूजा-अर्चना करके इस विशेष दिन को मनाते हैं।
इस दिन देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों श्रद्धालु सभी प्रसिद्ध शिव मंदिरों में विशेष रुद्राभिषेक, जलाभिषेक और भस्म आरती देखने आते हैं। इस साल महाकुंभ मेले के माघ मेले में शिवरात्रि के दिन आखिरी शाही स्नान होगा। प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान में हिस्सा लेंगे। हालांकि, देश के अन्य प्रसिद्ध शिव मंदिरों में भी विशेष पूजा और उत्सव का आयोजन किया गया है।
नीलकंठ महादेव मंदिर, हरिद्वार - हर साल हजारों भक्त शिवरात्रि पूजा करने के लिए हरिद्वार के इस ऐतिहासिक मंदिर में आते हैं। पौड़ी गढ़वाल में ऋषिकेश से 32 किमी दूर स्थित यह मंदिर शिव भक्तों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है।
मतंगेश्वर मंदिर, खजुराहो - महाशिवरात्रि के अवसर पर खजुराहो के मतंगेश्वर मंदिर में 10 दिवसीय मेला लगता है। इस मंदिर की कला और स्थापत्य कला को देखने के लिए विदेशी पर्यटक भी आते हैं।
महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन - 12वें ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में रात भर भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है। लोककथाओं के अनुसार, भगवान शिव स्वयं यहाँ जमीन से निकले थे, उन्होंने दूषण नामक राक्षस को हराया था और भक्तों के अनुरोध पर इस स्थान पर बस गए थे।
भूतनाथ मंदिर, मंडी - हिमाचल प्रदेश के मंडी में महाशिवरात्रि का मेला 500 से अधिक वर्षों से मनाया जाता रहा है। इसमें स्थानीय लोगों के साथ-साथ विदेशी पर्यटक भी आते हैं।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, द्वारका - द्वारका के इस प्रसिद्ध मंदिर में दिन-रात भजन, कीर्तन और विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। शिवलिंग को दूध, घी, शहद, चीनी और दही से स्नान कराया जाता है।
महाशिवरात्रि पर शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है और इस विशेष दिन पर पूरे देश में भगवान शिव की महिमा का गुणगान किया जाता है।