स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: ‘मां...’ मां शब्द सिर्फ एक शब्द नहीं बल्कि एक भरोसा है। भरोसा है एक बच्चे का इस दुनिया पर। उसके बच्चे का अच्छाई पर। भरोसा इस बात का कि उसकी मां के रहते हुए उसे कुछ नहीं हो सकता है। लेकिन कहते हैं न कि इस कलयुगी दुनिया में कुछ भी हो सकता है। हमेशा देखा है कि हर मां अपने बच्चे को कलेजे से लगा कर रखती है। लेकिन क्या हो जब वही मां फायदे के लिए अपने कलेजे के टुकड़े का ही कलेजा निकाल ले। ये दिल दहला देने वाली घटना कोई मनगढ़ंत कहानी नहीं बल्कि झारखंड के पलामू में घटित हुई एक सच्ची घटना है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक महिला ने बलि देने की बात कबूल कर ली है।
महिला गीता देवी ने घटना को घर से करीब 2 किलोमीटर दूर अंजाम दिया। महिला डेढ़ साल की बेटी को लेकर घर से दूर सिकनी बरवाढोड़ा जंगल के पास सुनसान जगह पर पहुंची। यहां उसने तंत्र-मंत्र करना शुरू किया। इसी बीच उसने बच्ची को नग्न किया, फिर खुद भी नग्न हो गई और चूड़ी, वस्त्र तथा अन्य सामग्री से पूजा करने लगी। पूजा करने के बाद कुछ देर तक आरोपी महिला ने वहां नृत्य किया। इसके बाद उसने चाकू से बच्ची का गला काटा और उसकी बलि दे दी। इस दौरान महिला ने बच्ची के शरीर को टुकड़ों में काटा। फिर उसका कलेजा निकालकर खा लिया। इसके बाद महिला ने बच्ची का शव मिट्टी में दफनाया और खुद नग्न अवस्था में ही घर पहुंची।