स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : 'India' का नाम 'Bharat' किए जाने की अटकलें हैं। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन सियासी गलियारों में विरोध और समर्थन के सुर साथ सुनाई दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि संसद के आगामी विशेष सत्र के दौरान सरकार संविधान संशोधन विधेयक पेश कर सकती है। खबर है कि अगर सरकार यह कदम उठाती है, तो भारी खर्च उठाना पड़ सकता है। सूत्रों के मुताबिक,नाम बदलने में अनुमानित खर्च 14 हजार 304 करोड़ रुपये आ सकता है। इस आंकड़े की गणना दक्षिण अफ्रीका के वकील डेरेन ऑलिवियर के सुझाए फॉर्मूला से की गई है। दरअसल, साल 2018 में स्वैजीलैंड का नाम बदलकर इस्वातीनि कर दिया गया था। कहा जा रहा था कि इसका मकसद औपनिवेशिकता से छुटकारा पाना था।