स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: रामगोपाल को घर में खींचकर मारा जा रहा था। उसे जब तक बाहर ला पाते तब तक उस पर गोलियां दागी जा चुकी थीं। गोपाल को अस्पताल ले जाने के लिए जब एसडीएम से गुहार लगाई तो वह भाग गए। बाइक से किसी तरह से रामगोपाल को अस्पताल ले जाना पड़ा। एसडीएम की इस हरकत से परिजन आक्रोशित हैं।
जानकारी के मुताबिक, प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा रविवार को गोली मारकर रामगोपाल की हत्या के बाद सोमवार को चचेरे भाई ने बताया कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही से वारदात हुई। रामगोपाल को किसी तरह से अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों के कहा यदि एसडीएम ने संवेदनशीलता दिखाई होती और रामगोपाल को कार से शीघ्र अस्पताल पहुंचाया होता तो शायद उसकी जान बच सकती थी।