स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा बुलाई गई सीमांकन पर पहली संयुक्त समिति की बैठक में शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा, "पूरा परिसीमन मुद्दा मुख्य रूप से दक्षिण भारतीय राज्यों को प्रभावित करता है। डीएमके जो कह रही है वह एक निष्पक्ष परिसीमन प्रक्रिया है, जिसमें दक्षिण भारतीय राज्यों को किसी भी तरह के भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ता है या उनकी आवाज़ किसी भी तरह से कमज़ोर नहीं होती है। मुझे उम्मीद थी कि चंद्रबाबू नायडू भी इसमें भाग लेंगे क्योंकि इसका असर आंध्र प्रदेश पर भी पड़ेगा। उम्मीद है कि यह एक सार्थक चर्चा होगी जिससे केंद्र के साथ बातचीत होगी और हम सभी राज्यों का उचित प्रतिनिधित्व कर पाएंगे। मुझे इसमें कोई राजनीति नहीं दिखती है, लेकिन इस बात को लेकर चिंता है कि कैसे कुछ राज्यों ने जनसंख्या के मामले में अच्छा प्रदर्शन किया है और कैसे जनगणना संसद में प्रतिनिधित्व निर्धारित करने का एकमात्र तरीका नहीं हो सकता है।"