स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, निपाह वायरस संक्रमण एक जूनोटिक बीमारी (zoonotic disease) है । ये जानवरों के माध्यम से मनुष्यों में फैलती है। दूषित भोजन के माध्यम से, सीधे लोगों के बीच और फल चमगादड़ के कारण होती है। यह वायरस सिर्फ इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि जानवरों (animals) के लिए भी घातक है ।
निपाह वायरस (nipah virus) से संक्रमित लोगों को तीव्र श्वसन बीमारी और घातक एन्सेफलाइटिस जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। निपाह वायरस के लक्षण कोविड-19 के समान ही हैं । खांसी, गले में खराश, थकान, एन्सेफलाइटिस, सिरदर्द, चक्कर आना, उनींदापन, मांसपेशियों में दर्द, गर्दन में अकड़न, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, मानसिक भ्रम और दौरे पड़ने लगते हैं।