स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: इस साल की रामनवमी भारत के लोगों के लिए थोड़ी अलग है। इसी साल 22 जनवरी को राम जन्मभूमि पर राम लला की मूर्ति स्थापित की गई थी। 17 अप्रैल को रामनवमी के लिए अयोध्या में सभी व्यवस्थाएं की जाएंगी। राम मंदिर में राजसूर्य यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। 500 साल बाद पहली बार राम मंदिर में मनाई जाएगी राम चंद्र की जयंती। रामलला और राम मंदिर को 50 क्विंटल देशी-विदेशी फूलों से सजाया जाएगा। यह भी ज्ञात है कि रामनवमी के अवसर पर 17 अप्रैल को दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणों से राम लला के माथे पर तिलक लगाया जाएगा। 75mm साइज का यह सूर्य तिलक रामलला के पूरे चेहरे को रोशन करेगा।