स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : ज्योतिष अनुसार भाद्रपद मास (Bhadrapada month) की अमावस्या की तिथि पर नर्मदा नदी (Narmada River) में स्नान करके चांदी से निर्मित नाग का संस्कार कर यहां विसर्जन करने से कुंडली का कालसर्प दोष (Kaalsarp Dosh) शांत हो जाता है। कहाते है कि नर्मदा में केवल स्नान मात्र से ही हर प्रकार के ग्रह दोष शांत हो जाते है।
काल सर्प दोष से पीड़ित लोग अमावस्या के पावन दिन पर शिवलिंग (Shivalinga) का अभिशेक करें। आज के दिन कुलदेवता की आराधना भी जरूर करनी चाहिए। आप चाहे तो इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप 108 बार कर सकते है। ऐसा करने से शिव कृपा मिलती है और कालसर्प दोष भी दूर हो जाता है।
भाद्रपद अमावस्या के दिन हनुमान जी की पूजा के बाद हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का लगातार 11 बार पाठ किया जाए तो कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है।