स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : मनुष्य और गुरु(Guru) का अटूट रिश्ता होता है। मानव जीवन में गुरु को भगवान(God) का दर्जा दिया गया है। हिंदू धर्म के अनुसार, भगवान वेद व्यास (Lord Ved Vyas) का जन्म आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा(full moon) के दिन हुआ था, जिसे आज गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) के त्योहार के रूप में मनाया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि अच्छी-बुरी संस्कृति, धर्म-अधर्म आदि का ज्ञान गुरु ही दुनिया भर में अपने शिष्यों को देते हैं। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस दिन पूरी श्रद्धा से गुरु की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में माना जाता है कि मनुष्य को अपने जीवन में एक गुरु जरूर रखना चाहिए। जिसके अंतर्गत गुरु की दीक्षा ली जाती है और गुरु द्वारा बताए गए आचरण का पालन किया जाता है। मनुष्य को जीवन में मार्गदर्शन मिलता है और उसके जीवन के कष्ट दूर हो जाते हैं। जीवन सुखमय हो जाता है।