एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: क्या आरोपी सिविक वालंटियर संजय रॉय सच में बहुत कुछ जानता है? क्या संजय रॉय का दावा सच है? क्या सच में इस सिविक वालंटियर को आरजी कर मामले में फंसाया जा रहा है? कम से कम अगर आप आज की अदालती तस्वीर देखें तो यही सवाल है। सुरक्षा घेरा होने के कारण अब शोर-शराबे की भीड़ में आरोपी सिविक वालंटियर की आवाज दब गयी। इस दिन सियालदह कोर्ट परिसर में पुलिस का अनोखा एक्शन देखने को मिला। कुछ पुलिसकर्मी कार की छत ठोक रहे हैं। कार का हॉर्न बज रहा है। सोमवार को आरजी कर जांच में पुलिस ने यही किया। पुलिस ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि यह कृत्य क्यों किया गया।
हालांकि, अन्य सभी महल के मुताबिक, 4 नवंबर को आरजी कर मामले में आरोप तय होने के दिन और 11 नवंबर को ट्रायल शुरू होने के दिन जिस तरह से संजय ने पुलिस की गाड़ी से चिल्लाया था, उसके कारण ऐसा किया जा रहा है। अगर संजय कुछ कहते भी हैं तो शोर मचा दिया जाता है ताकि उनकी आवाज सुनाई न दे।
लेकिन अब सवाल उठता है कि क्यों? क्यों संजय रॉय की बाते पुलिस को चिंता में डाल रही है? क्या इसलिए कि उसने कोर्ट के बाहर पूर्व सीपी विनीत कुमार गोयल का नाम लिया, क्या यह सच है? क्या राज्य सरकार वाकई उसे फंसा रही है? लेकिन क्यों? और यह सवाल अब और मजबूत होता जा रहा है।