एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : अजीकर का मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है, हालांकि कोर्ट इस मामले में आरोपी संजय की सज़ा का घोषणा कर चुका है। लेकिन पीड़िता का परिवार और उसके रिश्तेदार इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। इसके साथ ही पीड़िता के लिए लड़ने वाला अभया मंच भी इस कोर्ट के फैसले से खुश नहीं है। उनकी मांग है कि बाकी दोषियों को भी तुरंत सज़ा मिलनी चाहिए। कोर्ट में इस मामले की पैरवी की जा रही है। हालांकि इस बार मिदनापुर में इस अभया मंच की ओर से समाज के 33 लोग, जिनमें छात्र और शिक्षक भी शामिल हैं, सांकेतिक भूख हड़ताल में शामिल हुए। इस अभया मंच का दावा है कि 9 फरवरी को अभया की 33वीं जयंती थी और वे उसी अभया की याद में भूख हड़ताल में शामिल हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक अभय मंच की सदस्य मधुमिता भुइयां ने दावा किया, "हम अदालत द्वारा दिए गए फैसले से खुश नहीं हैं। हमारी शिकायत थी कि इस घटना में एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक से अधिक लोग शामिल थे। लेकिन राघव बोयाल कानून की खामी का फायदा उठाकर बच निकले और एक व्यक्ति को सजा मिल गई। इसीलिए हम बाकी लोगों को सजा दिलाने की मांग को लेकर इस भूख हड़ताल में शामिल हुए हैं।"