स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: पश्चिम बंगाल के बेलघरिया पुलिस स्टेशन में ट्रैफिक होम गार्ड के रूप में कार्यरत काशीनाथ पांडा (38) ने आरोप लगाया कि RG KAR के खिलाफ न्याय की मांग करने वाला गाना गाने के लिए उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था। फिर भी न्याय नहीं मिलने पर उसने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। मामले की सुनवाई 18 अक्टूबर को होगी। काशीनाथ का आरोप है कि गाना पोस्ट करने के बाद उन्हें लगातार धमकियां दी गईं और भावनात्मक रूप से परेशान किया गया। अक्टूबर की शुरुआत से बिना किसी आरोप के उनसे बार-बार पूछताछ की गई और बाद में 10 अक्टूबर को बिना किसी कारण के उन्हें निकाल दिया गया।