खौफ का दूसरा नाम मुर्शिदाबाद ! राहत शिविरों में चीख-पुकार
मुर्शिदाबाद से मालदा तक लोग अपने घर छोड़कर राहत शिविरों में चीख-पुकार मचा रहे हैं। शमशेरगंज से लेकर धुलियान तक हर तरफ हिंसा के निशान! कई लोग जान बचाने के लिए घर छोड़कर मुर्शिदाबाद से भागकर मालदा में शरण ले रहे हैं।
एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : मुर्शिदाबाद खौफ का दूसरा नाम बन चुका है।
नए साल के दिन भी नवाब के जिले में दहशत ही दहशत है! मुर्शिदाबाद से मालदा तक लोग अपने घर छोड़कर राहत शिविरों में चीख-पुकार मचा रहे हैं। शमशेरगंज से लेकर धुलियान तक हर तरफ हिंसा के निशान! कई लोग जान बचाने के लिए घर छोड़कर मुर्शिदाबाद से भागकर मालदा में शरण ले रहे हैं।