एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: ज्योतिप्रिय मल्लिक खाद्य मंत्री रहते हुए उनका नाम बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में शामिल था और इसीलिए उसे गिरफ्तार किया गया था।
बालू को जेल हुई। वे एक साल से पिंजरे में रह रहे हैं। हालांकि पहले पहले जमानत की अर्जी दी गई, लेकिन बाद में मंत्री ने उम्मीद छोड़ दी थी। पूजा से पहले उनके साथी केस्ट मंडल घर लौट आए। एक और साथी पार्थ चटर्जी ने जमानत के लिए अर्जी दी।
लेकिन इस बार ज्योतिप्रिय मल्लिक का भाग्य क्या खुलने वाला है? बिल्कुल नहीं, लेकिन उन्हें और परेशानी होने वाली है! ईडी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। ईडी ने उनके खिलाफ तीसरा पूरक आरोप पत्र अदालत में पेश किया है।