आंदोलनकारी डॉक्टरों को लेकर चंद्रिमा भट्टाचार्य ने क्या कहा?

शाम 6.10 बजे प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने उन्हें नबान्न आने के लिए एक ईमेल भेजा। शाम 7.30 बजे तक सीएम ने इंतजार किया लेकिन आंदोलनकारी डॉक्टरों की ओर से कोई जवाब नहीं आया। शाम 7.30 बजे सीएम नबान्न के परिसर से चली गईं।

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Jagganath Mondal
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एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: पश्चिम बंगाल की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, "कल सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि आंदोलन कर रहे छात्रों को आज शाम 5 बजे तक काम पर वापस आ जाना चाहिए। सीएम और सरकार ने शाम 5 बजे तक इंतजार किया।

इसके बाद शाम 5 बजे हमारे प्रशासनिक अधिकारी इस नतीजे पर पहुंचे कि 10 डॉक्टर आकर राज्य के सर्वोच्च अधिकारी से बात कर सकते हैं। शाम 6.10 बजे प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने उन्हें नबान्न आने के लिए एक ईमेल भेजा। शाम 7.30 बजे तक सीएम ने इंतजार किया लेकिन आंदोलनकारी डॉक्टरों की ओर से कोई जवाब नहीं आया। शाम 7.30 बजे सीएम नबान्न के परिसर से चली गईं। वह हमेशा जूनियर डॉक्टरों से अपनी सेवा पर लौटने का अनुरोध करती रही हैं। हमने पाया कि आंदोलनकारी डॉक्टर काम पर नहीं लौटे हैं।"