एएनएम न्यूज, ब्यूरो : पश्चिम बंगाल (West Bengal) का प्रारंभिक इतिहास (History) तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व का है। बंगाल का इतिहास 1947 में शुरू होता है, जब बंगाल के ब्रिटिश क्षेत्र के हिंदू-बहुसंख्यक (Hindu-majority) पश्चिमी भाग का गठन किया गया था। 1700 के दशक की शुरुआत में सम्राट औरंगजेब की मृत्यु के बाद, प्रोटो-इंडस्ट्रियल मुगल बंगाल बंगाल के नवाबों के अधीन एक अर्ध-स्वतंत्र राज्य बन गया। 1400 साल पीछे मुड़कर देखें, तो यह मान लेना गलत नहीं होगा कि गौड़ के शशांक गौड़ (Shashank Gaur) बंगाल के पहले राजा (First King) थे। इन सबके बावजूद, राजा शशांक भारतीय इतिहास की मुख्यधारा में एक फुटनोट बने हुए हैं। उनके बाद गोपाल ने सत्ता संभाली और पाल राजवंश की स्थापना की। पालों ने विशाल साम्राज्य खड़ा किया और चार शताब्दियों तक राज्य किया। पाल राजाओं के बाद बंगाल पर सेन राजवंश का अधिकार हुआ, जिसे दिल्ली के मुस्लिम शासकों ने परास्त किया। सोलहवीं शताब्दी में मुगलकाल के प्रारंभ से पहले बंगाल पर अनेक मुस्लमान राजाओं (Muslim Kings) और सुल्तानों ने शासन (rule) किया।