स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: देश में एक परेशानी खत्म होती है तो दूसरी परेशानी सामने आ जाती है। भारत आबादी पर नियंत्रण के लिए अब ‘हम दो, हमारे दो’ लक्ष्य के करीब पहुंच गया है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के सात दशक बाद इस सफलता को पाने में हम कामयाब हुए हैं। लेकिन अब मोटापा नई परेशानी बनकर उभरा है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के पांचवें चरण के आंकड़ों के अनुसार यूं तो भारत में सेहत के हर पैमाने पर पिछले चार साल में सुधार आया है लेकिन इसी अवधि में खान-पान की गलत आदतों और व्यायाम की कमी से मोटापा तेजी से बढ़ा है। 4 साल पहले 21 प्रतिशत महिलाएं मोटी थीं, लेकिन अब 24 प्रतिशत वही, मोटे पुरुष भी 19 से बढ़कर 23 प्रतिशत हो चुके हैं। यानी हर चार में एक महिला और पुरुष मोटापे के शिकार हैं यानी दोनों ही 100 प्रतिशत में 25 प्रतिशत मोटापे के शिकार हैं।