स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को रक्षा पंचमी का पर्व भी मनाया जाता है। अगर इस बार किसी कारण से बहनें भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांध पाई हैं, तो वे रक्षा पंचमी के दिन भी बांध सकती हैं। इस दिन भगवान शिव, गणेश जी और नाग देवता की पूजा की जाती है। रक्षा पंचमी का पर्व 16 अगस्त यानी कि आज के दिन पड़ रहा है। इसे रेखा पंचमी, शांति पंचमी के नाम से भी जाना जाता है।
आज के दिन भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए शुभ है। इस दिन भगवान शिव, गणेश जी और नाग देवता की पूजा के बाद भाई के माथे पर तिलक लगाएं। राखी बांधे और मिठाई खिलाकर भाई की आरती उतारें। हिंदू धर्म में रक्षा पंचमी तिथि को नाग पंचमी और गोगा पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन नाग देवता और गोगा देवता की पूजा का विधान है। पूजा के दौरान दूध, रोली,पानी, अक्षत, आदि चीजें अर्पित की जाती है। साथ ही, संतान की लंबी आयु के लिए व्रत रखा जाता है।
रक्षा पंचमी तिथि का प्रारंभ पंद्रह अगस्त रात न बजकर एक मिनट से शुरू हुआ था और सोलह अगस्त मंगलवार शाम छे बजकर सतरह मिनट तक पंचमी तिथि रहेगी।