राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज: झारखण्ड में शिक्षा विभाग का कारनामा सुर्खियों में रहना कोई नई बात नही हैं। कभी जर्जर स्कूल की वजह से शिक्षा बाधित हो जाती हैं तो कभी मध्यान भोजन बन्द होने की वजह से बच्चों की उपस्थिति कम दर्ज की जाती है लेकिन इस बार जो बच्चों को स्कूल में नहीं होने का कारण बताया गया, उसे सुनकर आप भी चौक जाएंगे।
मामला मसलिया प्रखण्ड के दुधानी प्राथमिक विद्यालय से जुड़ा है, जहां के शिक्षक ने जाति प्रमाण पत्र व मतदाताओं के कार्य को लेकर छुट्टी दे दी औऱ मास्टर सहाब ने प्रज्ञा केंद्र जाने की बात कही। स्कूल के एक मात्र शिक्षक है जगदीश टुडू से छुट्टी का कारण पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि विभाग ने उनको जाति प्रमाण बनाने का कार्य सौंपा है जिस कारण बच्चों को छुट्टी दे दिया गया है। अब समझने वाली बात है आखिर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने का जिम्मेदार कौन है। विद्यालय में वर्ग 1 से लेकर 5 वी तक 42 छात्र नामांकित है। आखिर विभाग शिक्षको को कई सारी जिम्मेदारी देकर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ क्यों कर रहा है।