स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: केरल में मंकीपॉक्स से युवक की मौत पर किए गए देश के पहले अध्ययन में वैज्ञानिको को वायरस का ए.2 स्वरूप मिला है, जो अमेरिका और यूरोपीय देशों में फैले वैरिएंट से एकदम अलग है। पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिकों के जानकारी के अनुसार, अमेरिका और यूरोप में ही दुनिया के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं और वहां मंकीपॉक्स वायरस का कांगो वैरिएंट अधिक पाया जा रहा है, जिसे गंभीर माना जा रहा है। इससे पहले, दो मंकीपॉक्स संक्रमित मरीजों में वायरस के ए.2 स्वरूप की पुष्टि की थी।