टोनी आलम, एएनएम न्यूज: खदान में काम करने के दौरान ईसीएल के एक कर्मचारी की मौत हो गई। दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में से एक को ईसीएल के कल्ला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना में श्रमिकों व स्थानीय निवासियों ने मृतक श्रमिक के परिवार को नौकरी व मुआवजा व मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। मजदूर संघ का दावा है कि यह हादसा ईसीएल अधिकारियों की लापरवाही के कारण हुआ है।
मजदूर संगठन के नेता संदीप राय ने बताया कि आज तड़के करीब 5:40 पर सौदागर भुइया, नरेश राय, विश्वनाथ राय खदान के गड्ढे में कोयले के नीचे दब गए। नरेश राय और विश्वनाथ राय को मौके से बचा लिया गया, जबकि सौदागर भुइयां की मौके पर ही मौत हो गई।
संदीप बाबू ने शिकायत की कि खदान में प्रतिदिन दो माइनिंग सरदार होते हैं। पहले कोल सीम की जांच की जाती है और फिर ब्लास्टिंग के लिए ड्रिल की जाती है। लेकिन कल केवल एक माइनिंग सरदार ही खदान के गर्भ में था। इसके अलावा, खदान में कोयले के सीम की जांच करने वाला कोई नहीं था। उन्होंने इस घटना के लिए ईसीएल अधिकारियों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।