स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: वक्त रहते चाल्डलाइन पर फोन करने से पश्चिम बंगाल में पुरुलिया जिले के एक सुदूर गांव की 15 साल की लड़की का बाल विवाह होते-होते बच गया। काशीपुर इलाके की पूर्णिमा लोहार सामाजिक कुरीतियों पर जागरूकता फैलाने वाले एक स्थानीय 'कन्याश्री' क्लब की सदस्य है और अच्छी तरह जानती थी कि शादी करने की कानूनी उम्र 18 साल है।
कुछ महीने पहले अपना बाल विवाह होने का आभास होते ही उसने फोन करके चाइल्डलाइन को बताया कि उसके माता-पिता उसकी मर्जी के बिना जबरन उसकी शादी करा रहे हैं जबकि वह पढ़ना और नर्स बनना चाहती है।