स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: चीन के बाद अमेरिका ने भी लैब में 'कृत्रिम सूर्य' बनाने का कारनामा किया। कैलिफोर्निया के लॉरेंस लिवरमोर नेशनल लेबोरेटरी की नेशनल इग्निशन फैसिलिटी में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने पहली बार एक न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्शन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। परिणामस्वरूप शुद्ध ऊर्जा पैदा हुई। न्यूक्लियर फ्यूजन यानी परमाणु संलयन को अक्सर 'कृत्रिम सूरज' बताया जाता है। इस प्रयोग के नतीजे क्लीन एनर्जी का एक अनंत स्रोत हासिल करने की दशकों लंबी खोज में एक बड़ा कदम साबित हो सकते हैं और इसकी सफलता जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को खत्म करने में मदद कर सकती है। न्यूक्लियर फ्यूजन या परमाणु संलयन तब होता है, जब दो या दो से अधिक परमाणु एक बड़े परमाणु में जुड़ जाते हैं।