एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : योग हर तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं के समाधान का एक बेहद विकल्प है। योगासन से मन और तन दोनों स्वस्थ रहते हैं। किसी काम में अपना पूरा ध्यान नहीं दे पाते तो करे यह योगासन। वृक्षासन और सर्वांगासन। इसके अलावा अगर आप अधिक मोटापे से परेशान हैं तो नियमित योगासन करें। योग हर तरह की शारीरिक परेशानी को दूर कर सकता है। ऐसे में आपके शरीर की चर्बी को भी योगा के जरीए घटाया जा सकता है। आपके पास योग व एक्सरसाइज करने का समय नहीं है तो ऐसे में आप कुर्सी पर बैठकर ही कुछ आसान योगा कर सकते हैं। जैसे चेयर बितिलासन, गरुड़ासन।
वृक्षासन करने का तरीका : इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों पर सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने बाएं पैर पर संतुलन बनाते हुए दाएं पैर को मोड़कर उसका तलवा बाएं पैर की अंदरूनी जांघ पर रखें। इस दौरान आपके दाएं पैर का पंजा जमीन की तरफ होना चाहिए। इसी पोज में कुछ देर रहें और संतुलन बनाए रखें। अब हाथों को जोड़कर सिर के ऊपर ले जाएं। कुछ देर इसी स्थिति में रहें के बाद दूसरे पैर से भी यह प्रक्रिया करें।
सर्वांगासन करने का तरीका : इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं। मुख आकाश की ओर करके दोनों हाथों को सीधे पैरों की दिशा में ज़मीन पर रखे। अपनी आंखें बंद कर लें। अब गहरी सांस शरीर के अंदर की और लें। इसके साथ ही दोनों पैरों को सामान्य गति से ऊपर आकाश की ओर उठाएं। पैरों के साथ ही कमर को भी धीरे धीरे ऊपर उठाएं। पैर आकाश में 90 डिग्री की सीध में हों तो कमर और पीठ को ऊपर उठाएं। इसके लिए अपने दोनों हाथों का सहारा लें। हाथों की कोहनियों को जमीन पर ही रखें। हथेलियों से पीठ को सहारा देते समय ध्यान रखें कि दोनों हाथ के अंगूठे पेट की ओर होने चाहिए और हाथों की चार चार उंगलियां पीठ पर आमने-सामने हों। इस स्थिति में थोड़ी देर रहे, फिर धीरे धीरे अपने हाथों और कंधों के सहारे को हटा कर कमर को नीचे लाएं। और फिर पैरों को जमीन पर वापस ले आएं।
चेयर बितिलासन : इसके करने के लिए सबसे पहसे चेयर पर बैठें. फिर अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करते हुए दोनों पैरों को फर्श पर रखें। अब दोनों हथेलियों को पैरों के घुटनों पर रखें और लंबी सांस को भीतर की ओर खींचते हुए सीने को बाहर की ओर निकालें। अब कंधें को पीछे की ओर ले जाएं। धीरे धीरे सांस छोड़े और रीढ़ की हड्डी को पीठ की तरह ले जाकर मोड़े। ये आसन कम से कम पांच बार करें।
गरुड़ासन करने का तरीका : इस आसन को ईगल चेयर भी कहते हैं। इसे करने के लिए सबसे पहसे कुर्सी पर आराम से बैठें और बाएं पैर को दाएं पैर से क्राॅस करें और ईगल का पोज बना लें। ताड़ासन की मुद्रा में खड़े होते हुए घुटनों को मोड़ें और बाएं पैर को उठाकर दाहिने पैर के ऊपर घुमा लें। इसी तरह हाथों को भी लपेट लें। इसके लिए बाएं हाथ की कोहनी को दाहिनी ओर क्रास कर लें। फिर कोहनियों को मोड़ते हुए मुट्ठी बना ले। सांस रोक कर इसी अवस्था पर बने रहें। कुछ सेकेंड बाद अपनी पुन: वाली अवस्था में आ जाएं।
इसके अलावा कोई भी इंसान के लिए यह दो आसन भी बहुत फायदेमंद है। उत्तानासन, अधोमुख श्वानासन।
उत्तानासन करने का तरीका : इस आसन को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। पैरों को आपस में जोड़कर शरीर को नीचे की ओर मोड़े। घुटनों को सीधा रखें और दोनों हाथों को नीचे की तरफ ले जाएं। इतना नीचे जाएं कि पेट घुटनों से छू सके। अब हथेलियों को जमीन पर या एड़ी के पास रखने की कोशिश करें। इस अवस्था में कुछ सेकेंड रहें और फिर वापस सीधे खड़े हो जाएं।
अधोमुख श्वानासन करने का तरीका: इस आसन को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब शरीर को कमर से मोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और अपने दोनों हाथों से धरती को छुएं। इस दौरान पैरों और हाथों के बीच करीब दो फीट की दूरी बनाएं रखें। अब हाथों को आगे बढ़ाते हुए सिर को जमीन के पास ले जाएं। कोहनी और घुटने को मोड़े नहीं। इस पोज में 30 से 40 सेकेंड तक रहें और फिर सीधे खड़े हो जाएं।