स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: किताबों की खासकर हिंदी साहित्य की दुनिया में यह बात बहुत आम है कि हिंदी के पाठक लगातार कम होते जा रहे हैं, या अब किताबें कहां बिकती हैं? लेकिन ये बातें कहनेभर के लिए हैं, हकीकत कुछ और ही बयां करती है। अकेले साहित्य अकादमी ने ही बीते साल 18 करोड़, 36 लाख रुपये की किताबों की बिक्री की है और यह बिक्री साहित्य अकादमी के इतिहास में अपने-आप में एक रिकॉर्ड है। खास बात ये है कि इन किताबों की बिक्री में हिंदी और बाल साहित्य सबसे आगे है।