स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: थारु जनजाति अपने रीति रिवाज और अनूठी परंपराओं के लिए जानी जाती है। दीपावली में एक ओर जहां गैर जनजातियों में लक्ष्मी पूजा, दीपोत्सव, आतिशबाजी का चलन है, वहीं जनजाति समाज में दीपावली की जगह दीवारी मनाने का रिवाज है। इस दिन जनजाति के लोग अपने मृत परिजन की याद में उसका पुतला बनाकर पूजा अर्चना के जरिये श्रद्धांजलि देते हैं। इस दिन थरुवाट में बड़ी रोटी अर्थात खाने का कार्यक्रम होता है जिसमें निकट संबंधियों सहित परिवार के लोग शामिल होते हैं।