टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: आदिवासी लोगों को मिट्टी की दीवारों पर ब्लैकबोर्ड बनाकर एक अनोखे तरीके से पढ़ाने के लिए उन्हें दुनिया भर में सराहा गया था। उनके शिक्षण में इस बार फिर नवीनता का स्पर्श देखने को मिला है, हालांकि इस बार पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ मूल्यों की शिक्षा, लोगों के निर्माण की शिक्षा, देशभक्ति और भाईचारे की शिक्षा सड़क के शिक्षक या 'स्ट्रीट मास्टर' ने दी। इस दिन उन्होंने छात्रों के सामने राष्ट्रीय नायकों के योगदान को प्रदर्शित करने के लिए 'देशभक्ति चित्रकला प्रतियोगिता' का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपने चित्रों के माध्यम से देशभक्तों और वीरों की कहानियों को प्रस्तुत किया और आज की प्रतियोगिता में सौ से ज्यादा विद्यार्थियों ने भाग लिया। पांचवीं कक्षा की छात्रा अंजलि कोड़ा और तीसरी कक्षा की छात्रा मंदिरा ओरांव अपनी देशभक्ति पेंटिंग के लिए क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर रहीं। अंजली ने देशप्रेम से लबरेज एक चित्रकारी की तो वहीं मंदिरा ने शहीदे आजम भगत सिंह की तस्वीर बनाई। उसके बाद तिलका मांझी और आदिवासी प्राथमिक विद्यालय के स्ट्रीट मास्टर शिक्षक दीप नारायण नायक ने छात्रों को बिपिन रावत की देश के प्रति समर्पण, कर्तव्य, प्रेम और योगदान की कहानी सुनाई। साथ ही उनके चित्र पर फूल-मालाएं देकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके आत्मा की शांति की कामना की। उसके बाद जबा कंठाल पाड़ा में छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के साथ देशनायक बिपिन राउत व 12 अन्य सह यात्रियों के लिए पदयात्रा निकाली गयी। आज के कार्यक्रम के अंत मे एक मिनट का मौन भी रखा गया। आज के कार्यक्रम के बारे में पूछे जाने पर स्ट्रीट मास्टर दीप नारायण नाइक ने कहा कि आज छात्रों को देशनायक बिपिन रावत के बारे में पता चला और उन्हें श्रद्धांजलि दी। छात्रा अंजलि कोड़ा के अनुसार, आज मैंने अपने देशभक्तों को श्रद्धांजलि दी और आज का दिन मेरे लिए खास है।