स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : साल 2008 में 29 सितंबर की रात में मालेगांव में शकील गुड्स ट्रांसपोर्ट कंपनी के सामने धमाका हुआ था। इस घटना में 6 लोगों की मौत हुई थी और 101 लोग घायल हुआ था। इस मामले में आरोपी है प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, सुधाकर द्विवेदी, मेजर रमेश उपाध्याय, अजय रहीकर, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी जमानत पर जेल से बाहर हैं।
सूत्रों के मुताबिक 2008 में हुए ब्लास्ट की जांच में अब तक कुल 226 लोगों के बयान दर्ज किए गए थे। बाद में इन में से 18 गवाह ने गवाही देने से मुकर चुके हैं। बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने जानबूझकर आरोपी को फंसाने के लिए षडयंत्र रचा था और इसी वजह से अब गवाह मुकर रहे हैं। अभी तीन हफ्ते पहले ही इस केस में 17वें गवाह ने गवाही देने से इनकार कर दिया था।