टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: अंडाल में खंडारा बस स्टैंड और स्कूल मोड़ पर कई दुकानें हैं। इसके अलावा चौराहे पर कई मछली विक्रेता अपनी दुकानें लगाकर बैठे हैं। खंडारा मोड़ के ठीक सामने एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय है। छोटे-छोटे स्कूली बच्चों को दुकानदारों द्वारा फेंके गए गंदे कूड़े के बीच से होकर स्कूल जाना पड़ता है, जिससे छोटे-छोटे विद्यार्थियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
खंडारा गांव निवासी दिब्येंदु बनर्जी ने कहा कि चौराहे के पास के दुकानदार अपना गंदा कचरा इसी इलाके में फेंकते हैं। यहां तक कि मछुआरे से लेकर चिकन की दुकानें तक लंबे समय से अपनी दुकान के कचरा स्कूल के सामने अमानवीय तरीके से फेंक रहे हैं। बार-बार बोलकर भी कोई फायदा नहीं हुआ। इस बीच जैसे-जैसे इलाके में गंदे कूड़े के ढेर फैल रहे हैं, प्रदूषण भी बढ़ रहा है और इलाके में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। मच्छरों के भारी प्रकोप के कारण स्थानीय लोगों में डेंगू का भय सता रहा है।
दिब्येंदु बाबू ने यह भी शिकायत की कि बहुत समय पहले एक बार इस क्षेत्र की सफाई का सारा काम उनकी अपनी पहल पर किया गया था। खंडारा पंचायत प्रधान को फोन किया तो कोई समाधान नहीं निकला। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में गंदे कूड़े के ढेर के साथ-साथ जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे थोड़ी सी बारिश होने पर उन्हें अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। दूसरी ओर, खंडारा पंचायत की मुखिया अपर्णा बाद्यकर ने कहा कि उन्होंने इलाके में गंदे कचरे और स्कूली बच्चों की परेशानी के बारे में सुना है और जल्द ही स्कूल से सटे इलाके को साफ करने के लिए एक चर्चा बैठक बुलाऊंगी।