हर साल की तरह इस साल भी मनाया गया जश्न-ए वारिस

सभी अतिथियों को सय्यद हाजी आशिक अली साह वारसी बाबा ने अपने हाथों से पहले एक वारसी पट्टा पहनाया और फिर एक मोमेंटो देकर सभी अतिथियों को सम्मानित किया। रात दस बजे के बाद महफ़िल शमा कव्वाली का आयोजन किया गया।

author-image
Sneha Singh
New Update
raniganj

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: रानीगंज के हुसैन नगर में हर साल की तरह इस साल भी जश्न-ए वारिस मनाया गया। ये जश्न-ए वारिस पैगामे मुहब्बत के नाम से की जाती है जिसमें 4 धर्मों के गुरुओं को सम्मानित किया जाता है और मुहब्बत का पैगाम दिया जाता है। यह कार्यक्रम सय्यद हाजी आशिक अली साह वारसी बाबा के सरपरस्ती में की जाति है। इस पैगामे मुहब्बत और जश्न ए वारिस में रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी, बोरो 2 के चेयारमैन मुजम्मिल शहजादा, 88 नंबर वार्ड की पार्षद नेहा साव, 35 वार्ड पार्षद अख्तरी खातून, शाहिद परवेज, टीएमवाईसी नेता विक्टर बागची, संदीप वालोटिया, एचआरसी मनीष वर्मा और इंतिखाब खान डॉक्टर एस माजी सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद थे। 

सभी अतिथियों को सय्यद हाजी आशिक अली साह वारसी बाबा ने अपने हाथों से पहले एक वारसी पट्टा पहनाया और फिर एक मोमेंटो देकर सभी अतिथियों को सम्मानित किया। रात दस बजे के बाद महफ़िल शमा कव्वाली का आयोजन किया गया। उसके बाद 4बजकर 13 मिनट पर मौला वारिस का कुल शरीफ मनाया गया, फिर सुबह लोगों में सिरनि बांटा गया। इस मौके पर 4 धर्मों के गुरूओं ने अपना अपना पैगाम दिया और कहा कि दुनिया में अभी सिर्फ और सिर्फ मोहब्बत चाहिए क्योंकि नफ़रत बहुत बढ़ चुकी और इस  जश्न ए वारिस महफ़िल से पूरी दुनिया के साथ-साथ पुरे बंगाल और रानीगंज में ये पैगाम जाना चाहिए कि कोई भी धर्म हो, सब से बड़ी इबादत इंसानियत का होनी चाहिए और जब तक हम सब एक जुट होकर मिलकर रहेंगे तब तक दुनिया भी कायम रहेगी। 

इस मौके पर तापस बनर्जी ने कहा कि कोई भी धर्म एक दूसरे से नफरत करना नहीं सिखाता सभी धर्म एक दूसरे से प्यार, मोहब्बत से रहना ही सिखाते  हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो दूसरों के घर जलाते हैं ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।