स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : सर्दी से पहले राज्य में चक्रवात के दाना आ चुके हैं। इसके असर से राज्य में सर्दी आने में देरी हो सकती है? क्या कहता है मौसम विभाग? चक्रवातों और सर्दी के बीच संबंधों पर बात करते हुए मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर चक्रवात का मौसम होता है। यह आज से नहीं, बल्कि हमेशा से होता है। हर साल चक्रवात के मौसम में चक्रवात आता है, इस बार भी चक्रवात आया है। उसके लिए सर्दी क्यों आएगी और जाएगी? उन्होंने कहा, सर्दी पहले ही कई सालों से देरी से आ रही है। सर्दियों में ठंड कम होती है। लेकिन सर्दी आने से चक्रवात का कोई असर नहीं होता।
संयोग से, गुरुवार आधी रात को चक्रवात विंग ओडिशा के भीतरकनिका और धामरा के बीच के इलाके से टकराया। हालांकि, इसके प्रभाव में कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के बड़े इलाकों में गुरुवार आधी रात से ही बहुत भारी बारिश हुई। जिसके परिणामस्वरूप कोलकाता की कई सड़कें लगभग पानी में डूब गईं। कोलकाता के कई मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पानी से तरबतर नजर आ रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दक्षिण बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, कुछ जिलों में केवल भारी बारिश होने की संभावना है। झाड़ग्राम में छिटपुट बारिश, और मेदिनीपुर में दो बारिश का अनुमान है। 27 अक्टूबर को दक्षिण बंगाल में बारिश की मात्रा बहुत कम हो जाएगी। सोमवार और मंगलवार यानी 28, 29 अक्टूबर को दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। लेकिन उसके बाद से मौसम में बदलाव जारी रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार उसके बाद राज्य में धीरे-धीरे सर्दी का मिजाज हावी होने लगेगा।