स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: ज्ञानवापी मामले में वाराणसी की अदालत के फैसले पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने नाराजगी जताई है। बोर्ड का कहना है कि अदालतों का काम आस्था पर फैसला देना नहीं, बल्कि दलीलों के आधार पर फैसला सुनना है।ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाना पर कोर्ट के फैसले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सीधे तौर पर कोर्ट पर सवाल उठाए। उसने कहा कि कोर्ट का जल्दबाजी में लिया गया फैसला है। आपस में दूरी पैदा करने की कोशिशि क्यों की जा रही है? दलील की बुनियाद पर फैसला हो।