एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: आरजी कर मामले के बाद जूनियर डॉक्टरों ने जूनियर डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग को लेकर आंशिक हड़ताल की घोषणा की थी। जूनियर डॉक्टरों ने राज्य सरकार के समक्ष 11 सूत्रीय मांगें रखीं। उनमें से अधिकांश मांगों को मानने का वादा किया और हड़ताल वापस ले ली गई। लेकिन हाल ही में सागर दत्ता की घटना के चलते जूनियर डॉक्टरों ने फिर से पूर्ण हड़ताल का आह्वान किया है। कथित तौर पर सागर दत्ता अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों और स्टाफ पर हमला कर दिया था। नतीजतन, जूनियर डॉक्टरों की सुरक्षा का सवाल फिर से उठ खड़ा हुआ है। कल 8 घंटे की जीबी मीटिंग के बाद जूनियर डॉक्टरों ने आज यानी 1 अक्टूबर से पूरे राज्य में पूर्ण हड़ताल का ऐलान करने का फैसला किया है।
इस घटना में कल्याण बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों से कहा कि डॉक्टरों की सेवाएं बंद करना एक तरह की "धमकी संस्कृति" है। सरकारी अस्पतालों में हजारों मरीज इलाज करा रहे हैं। पूर्ण हड़ताल की घोषणा से वे सभी मरीज को इलाज नहीं मिल रहा है। अगर यह हड़ताल लंबी चली तो गरीब लोग इलाज के बिना ही मर जाएंगे।