स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : कुछ दिन पहले खुदरा बाजार में एक किलोग्राम ज्योति आलू की कीमत 16 रुपये से 18 रुपये थी। इस हफ्ते रेट बढ़कर 20 रुपये हो गया। शुक्रवार को देखा गया कि यह संख्या 22 रुपये तक पहुंच गई है।
चुनाव के बीच आलू की बढ़ती कीमत ने सियासी संग्राम शुरू कर दिया है। विपक्ष का आरोप है कि किसानों को खेत में आलू की कीमत नहीं मिल रही है, जबकि स्टॉकिस्ट तृणमूल की मदद से खुदरा बाजार में आलू की कीमत कृत्रिम रूप से बढ़ा रहे हैं। हालांकि तृणमूल ने शिकायत स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
कृषि विभाग के सूत्रों के मुताबिक, इस सीजन की शुरुआत में बारिश के कारण लगभग 30,000 हेक्टेयर आलू की खेती को नुकसान हुआ है। उस ज़मीन के एक बड़े हिस्से पर दूसरी बार खेती करनी पड़ी। इसके चलते इस साल जिले में आलू की खेती का रकबा करीब 63 हजार हेक्टेयर कम हो गया है।