स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: आज है गुरु पूर्णिमा। इस पूर्णिमा पर महर्षि वेदव्यास की पूजा की जाती है। क्योंकि इसी थिति पर वेदव्यास का जन्म हुआ था। इसलिए उनके साथ सभी लोग अपने गुरु की भी पूजा करते है। इस पर्व पर ब्रह्मा, विष्णु और शिवजी की भी पूजा करने की परंपरा है। इस प्रकार श्रद्धापूर्वक पूजा करने से मिलता है गुरु का आशीर्वाद। गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी नहाकर पूजा करके साफ कपड़े पहनकर गुरु के पास जाना चाहिए। गुरु को ऊंचे आसन पर बैठाकर फूलों की माला पहनानी चाहिए। पूजा स्थान पर पटिए पर सफेद कपड़ा बिछाकर उस पर चंदन से 12 सीधी और 12 आड़ी रेखाएं खींचकर व्यास-पीठ बना ले। व्यासजी, ब्रह्माजी, शुकदेवजी, गोविंद स्वामीजी और शंकराचार्यजी के नाम लेकर उन्हें प्रणाम करें और पूजन सामग्री से पूजा करे। अपने गुरु या उनके चित्र की पूजा करके श्रद्धाअनुसार दक्षिणा दें। आखिरी में गुरु पूजा के बाद आरती करें और प्रसाद बांट दें।