स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: हियरिंग लॉस वह स्थिति है, जब एक या दोनों कान आंशिक रूप से या पूरी तरह से आवाज को सुनने में असमर्थ हो जाते हैं। सुनने की क्षमता आमतौर पर समय के साथ धीरे-धीरे कम हो जाती है। हियरिंग लॉस के कई रूप होते हैं, जैसे कम सुनाई देना, बहरापन, बिल्कुल न सुनाई देना आदि। अचानक किसी दिन कम सुनाई देने लगे या फिर कान पूरी तरह से बंद हो जाएं, तो ये हियरिंग लॉस का संकेत होता है। इस संकेत को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। मामूली सी दिखने वाली ये समस्या आगे चलकर बहरेपन में बदल जा सकते है।
हियरिंग लॉस होने से लोगों की लाइफ क्वालिटी और उनकी मानसिक सेहत पर निगेटिव इम्पैक्ट पड़ता है। हियरिंग लॉस का ट्रीटमेंट आसान है जो लाइफ को फिर से सामान्य बना सकता है।
हियरिंग लॉस के लक्षण
— दैनिक गतिविधियों में वार्तालाप को समझने में दिक्कत ।
— सही सुनाई देना,लेकिन समझने में परेशानी आना ।
— बार-बार एक ही बात को दोहराने के लिए कहना ।
— ज्यादा शोर-गुल के बीच थकावट महसूस होना ।
हियरिंग लॉस के कारण
— उम्र बढ़ने के साथ सुनने की क्षमता हो जाती है कमजोर ।
— ज्यादा शोर या किसी मशीन पर अधिक समय तक काम करना ।
— अनुवांशिकी विकार और फैमिली हिस्ट्री की वजह से ।
— ऑटोटॉक्सिस दवाएं भी कानों पर असर डाल सकती हैं ।
— मेनियर डिसीज, ऑटोस्केलोरोसिस और ऑटोइम्यून डिसीज जैसी बीमारियां ।