श्री अस्पताल ने स्वास्थ्य साथी कार्ड का नहीं दिया मान्यता, मरीज के परिजनों का अभियोग

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श्री अस्पताल ने स्वास्थ्य साथी कार्ड का नहीं दिया मान्यता, मरीज के परिजनों का अभियोग

समाचार संकलन करने गए पत्रकारों से अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों ने किया दुर्व्यवहार।

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: एक बार फिर निजी अस्पतालों के प्रबंधन के पर स्वास्थ्य साथी कार्ड का मान्यता नहीं देने का अभियोग लगा है। इस बार यह अभियोग कुल्टी स्थित श्री अस्पताल के ऊपर लगा है। जहां शुक्रवार को सड़क दुर्घटना में घायल एक मरीज को ले जाया गया और वहां स्वास्थ्य साथी कार्ड दिखाया गया। तब अस्पताल प्रबंधन ने बेड नहीं होने का बहाना बनाकर इलाज करने से इंकार कर दिया। मरीज वहीं पड़ा रहा। जब उसके परिजन उधार पैसा लाकर अस्पताल में जमा किए तो उस मरीज का इलाज शुरू हुआ। स्वास्थ्य साथी कार्ड को नहीं मानने और पैसा लेकर इलाज शुरू करने पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसलिए एक पत्रकार इसका वीडियो बनाने लगा और समाचार संकलन करने लगा तो श्री अस्पताल के एक सुरक्षाकर्मी ने उसे कैमरा बंद करने को कहा। साथ ही वह समाचार संकलन करने में बाधा डालते हुए। उस पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार किया। इसकी जानकारी जब कुल्टी युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाशीष मुखर्जी को मिली। तो वे घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन के इस रवैया को घोर निंदा किया। इसकी शिकायत सी एम ओ एच डॉक्टर आश्वनी मांजी से किया। उन्होंने बताया कि सी एम ओ एच ने इस पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।लेकिन पत्रकार के साथ अस्पताल के सुरक्षाकर्मी ने दुर्व्यवहार किया। अस्पताल के तरफ से इसका कोई जवाब नहीं दिया गया। सुभाशीष मुखर्जी ने कहा कि यदि कोई सरकारी नियमों का उल्लंघन करता है तो पत्रकार का कर्तव्य है कि उस मामले को वे शासन प्रशासन के सामने लाए। इसमें यदि अस्पताल प्रबंधन बाधा डालता है तो यह गलत संदेश जाता। गौरतलब है कि इसके पहले भी सीधी अस्पताल प्रबंधन के गैर जिम्मेदारीपन और बाहुबली रवैया के कारण यहां हंगामा हो चुका है। सूत्रों का माने तो ईसीएल अस्पताल के चिकित्सक यहां प्रैक्टिस करते हैं। जबकि वेतन ईसीएल से लेते हैं। भाई लोगों का कहना है श्री अस्पताल लोगों के जेब पर डाका डालने का काम करता है।