टोनी आलम, एएनएम न्यूज: बुधवार को ऑल इंडिया पोस्टल एम्पलाइज यूनियन की तरफ से एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में पूरे भारत के डाक कर्मचारी जो कि ऑल इंडिया पोस्टल एम्पलाइज यूनियन के बैनर तले आते हैं सम्मिलित हैं। इस संदर्भ में ऑल इंडिया पोस्टल एम्पलाइज यूनियन के डिवीजनल सेक्रेटरी ग्रुप सी कनकेंदु सेन से बात की तो उन्होंने बताया कि आज 20 सूत्री मांगों के समर्थन में पूरे देश में ऑल इंडिया पोस्टल एंप्लाइज यूनियन की तरफ से एक दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया गया है। उन्होंने बताया कि पहले इस हड़ताल का आव्हान ऑल इंडिया पोस्टल एम्पलाइज यूनियन और एफएनपियो द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। लेकिन किन्ही कारणों से अन्य संगठन ने हड़ताल से पांव वापस खींच लिए लेकिन ऑल इंडिया पोस्टल एम्पलाइज यूनियन अपने हड़ताल के निर्णय पर अडिग है और आज पूरे देश भर के तकरीबन 80% डाक कर्मचारी हड़ताल पर हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्र की भाजपा सरकार पोस्टल डिपार्टमेंट को निजी हाथों में सौंपने की साजिश रच रही है यह हड़ताल उसी के खिलाफ बुलाई गई है। उन्होंने बताया कि न सिर्फ रजिस्ट्री पार्सल जैसे विभागों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा सन 1882 से अब तक तकरीबन 1066000 करोड रुपए इंडियन पोस्टल पेमेंट बैंक को सौंपने की तैयारी की जा रही है, यह हड़ताल उसके खिलाफ भी है। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर डाक सेवा को निजी हाथों में सपने नहीं दिया जाएगा और किसी के खिलाफ आज उन्होंने अपनी आवाज बुलंद की है। कनकेंदु सेन ने बताया कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने साजिश के तहत सरकारी कंपनी बीएसएनएल को निजी हाथों में सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है डाक विभाग के क्षेत्र में ऐसा हरगिज होने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार इस एक दिवसीय हड़ताल के बाद भी उनकी बातों को नहीं मानती आने वाले समय में वह और बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे ।