स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज : रांची के नगड़ी गांव में छठ व्रती कुएं पर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करती हैं। इसके पीछे पौराणिक कथा है, जिसकी वजह से कुएं पर सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है। पौराणिक कथा और मंदिर सेवक राजकुमार केसरी ने बताया कि, इस गांव में एक कुएं के जल से पांडवों की पत्नी द्रौपदी ने भगवान सूर्य देव की उपासना करते हुए उन्हें अर्घ्य दिया था।
उन्होंने बताया कि वनवास के दौरान इस इलाके में पांडव कई दिनों तक रुके थे। एक समय जब पांडवों को प्यास लगी तो दूर-दूर तक कहीं पानी ना मिलने पर और द्रौपदी के कहने पर अर्जुन ने जमीन पर अपना तीर मारकर पानी निकाला था। जमीन से पानी निकलने पर जब पांडव पानी पीने आगे बढ़े हो द्रौपदी ने उन्हें रोक लिया तब द्रौपदी कुएं के पास गई और जल लेकर उन्होंने भगवान सूर्य देव को अर्घ्य दिया। उस समय भगवान सूर्य देव द्रौपदी की इस आस्था व दृढ़ निश्चय से प्रसन्न होकर अपना तेज कम कर दिया। इसके बाद पांडव और द्रौपदी हर दिन सूर्य देव को अर्घ्य देने लगे।