स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: माना जाता है कि दूसरे विश्व युद्ध में जापान की इंपीरियल आर्मी की तरफ़ से लड़ते हुए नेता जी आज़ाद हिंद फ़ौज मणिपुर घाटी के एक हिस्से को ब्रिटिश हुकूमत से आज़ादी दिलाने में कामयाब हो गयी थी। मणिपुर वैली के पंद्रह सो वर्ग किलोमीटर के इस हिस्से को आज़ादी दिलाने के बाद तीन महीने तक बाक़ायदा यहाँ से आज़ाद भारत की पहली सरकार भी चलाई गयी। मोइरांग की यह जगह ही इस सरकार का मुख्यालय हुआ करती थी।