स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देख केंद्र सरकार चौकन्नी हो गई है। केंद्र सरकार ने राज्यों को कहा है कि देश में संक्रमण की गति तेज हो रही है। संक्रमितों की समय पर पहचान के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल कर जांच दर को बढ़ाना होगा। सलाह है कि हर स्वास्थ्य केंद्र पर रैपिड एंटीजन टेस्ट (रैट ) बूथ की स्थापना की जाए।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने पत्र लिखकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को देश में मौजूद कोरोना जांच के संसाधनों की याद दिलाई है। सलाह दी है कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेश मॉलिक्यूलर टेस्टिंग लैब की पूरी क्षमता के अनुसार जांच करें। इसके अलावा जांच उपकरणों की खरीदारी और बीएसएल-2 प्रयोगशाला की स्थापना के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी फंड का इस्तेमाल इमरजेंसी कोविड-19 रिस्पॉन्स प्लान (ईसीआरपी) के तहत करें।