स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : 26 जून को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के आसनसोल कार्यालय सुदर्शन निवास पर एक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि उन्होंने मंत्री मलय घटक से सुना है कि तालाब को अवैध तरीके से भरकर कार्यालय का निर्माण किया गया है। इसकी शिकायत लोकल थाना में किया गाय किन्तु कार्यवाही नहीं किया गया। फिर क्या हुआ कि उसी दिन नगर निगम, बीएलआरओ और पुलिस के अधिकारी आरएसएस कार्यालय पहुंचे और जमीन से सम्बंधित कागजात खोजे।
इसके ठीक अगले दिन आसनसोल नगर निगम की ओर से आरएसएस कार्यालय को एक आधिकारिक पत्र भेजा गया जिसमें पेपर की मांग की गई और 7 दिन का समय दिया गया। वही आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरएसएस के वकील पीयूषकांति ने कहा कि कागजात नगर निगम को सौंप दिये गये हैं। हमने पहले ही कहा था ये जमीन लीगल है जो बातें मुख्यमंत्री ने कहा वो सरासर झूठे इल्जाम लगाये गये है।