एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: मंगलवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक पश्चिम बंगाल के आसनसोल के कुल्टी थाना अंतर्गत हनुमान चढ़ाई इलाके में स्थित पेट्रोल पंप के पास एक झारखंड नंबर JH10CS0201 मारुति इको वैन एम्बुलेंस एक शव के साथ खड़ी थी ताकि वह नर्सिंग होम जा सके और एम्बुलेंस में मौजूद शव का डेथ सर्टिफिकेट बनवा सकें। नर्सिंग होम सूत्रों की मानें तो शव लाने वाले लोग डेथ सर्टिफिकेट बनाने के लिए मुँह मांगी कीमत देने को तैयार थे, लेकिन शव की हालत देखकर नर्सिंग होम के किसी भी व्यक्ति ने जिम्मेदारी नहीं ली। और घटना की जानकारी कुल्टी थाने को दे दी जिसके बाद कुल्टी थाना और बराकर पुलिस फाड़ी मामले को लेकर तत्काल कार्रवाई में जुट गयी।
सड़कों पर पुलिस की गश्त देख झारखंड से पश्चिम बंगाल के आसनसोल में शव लेकर आये लोग बिना डेथ सर्टिफिकेट बनाए मौके से भाग गये। सूत्रों की अगर माने तो शव लेकर घूम रहे झारखंड नंबर एम्बुलेंस आधी रात को पुलिस की आँखों मे धूल झोंकर डिसरगढ़ के रास्ते पुरुलिया जिले के नीतूड़िया थाना अंतर्गत भमुड़िया पहुँच गए, जहाँ शव को आनन-फानन मे रात को ही छुप-छुपाकर दाह संस्कार कर दिया गया।
गुरुवार को सूत्रों के द्वारा यह पता चला कि अवैध कोयला खनन में जिस युवक की मौत हुई, वह पुरुलिया जिले के नीतूड़िया थाना अंतर्गत भमुड़िया इलाके का रहने वाला डिस्को बाउरी था। पुरुलिया जिले के नितुड़िया थाना अंतर्गत डिस्को बाउरी समेत दो दर्जन से अधिक मजदूर खदान में कोयला काट रहे थे, तभी अचानक मिट्टी धंस गयी और खदान में मजदूर फंस गये, जिसमें कोयला माफियाओं ने डिस्को को बाहर निकाल लिया। लेकिन बाकियों को बाहर निकाल नही पाए और खदान के चारों तरफ बांस और जंगल के झाड़ियों से घेराबंदी कर दी। बता दे जिस अवैध कोयला खदान में यह घटना घटी वह अवैध कोयला का खदान किसी रमेश नामक व्यक्ति की है, बबलू नाम का भी एक व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है जो रमेशके साथ-साथ कई अन्य कोयला माफियाओं को ऑपरेटिंग करने का काम करता है।
बताया यह भी जा रहा है की कोयला माफियाओं ने अवैध कोयला खदान मे दबकर मारे गए डिस्को बाउरी के परिजनों को 6 लाख रुपए देने की आस्वासन दिया है यह कहकर की वह घटना की जानकरी किसी को ना दे। पैसा नहीं मिलने से मृतक का परिवार हताश हो गया है और वे बार-बार पैसे के लिए कोयला माफियाओं से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं पर कोयला माफियायों द्वारा फोन नही उठाने के कारण अब परिजनों ने उनके खिलाफ कानूनी मदद लेने की तैयारी कर रहे हैं।