टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: बिना पुनर्वास दिये अतिक्रमण हटाने आये तो बुलडोजर के सामने खड़े हो जायेंगे। कुछ महीने पहले, भाजपा सांसद सुरिंदर सिंह अलुवालिया और भाजपा विधायक लक्ष्मण घरुई ने सरकारी कारखानों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करके झुग्गीवासियों के साथ खड़े होने का कुछ ऐसे ही वादा किया था। लेकिन सरकारी फैक्ट्रियों के विस्तार के लिए अतिक्रमण हटाने का शुरुआती काम शुरू होते ही विधायक और सांसद गायब हैं। मंगलवार की सुबह सरकारी दुर्गापुर थर्मल पावर स्टेशन से सटे बस्ती इलाके में ऐसे पोस्टरों को लेकर राजनीतिक उठा-पटक शुरू हो गया। एक झुग्गीवासी मिथुन दास ने शिकायत की, "जब दुर्गापुर थर्मल पावर स्टेशन के अधिकारियों ने बेदखली का नोटिस जारी किया, तो भाजपा विधायकों और सांसद ने झुग्गीवासियों के साथ खड़े होने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर वे झुग्गीवासियों को पुनर्वास नहीं देंगे तो वे बुलडोजर के सामने खड़े होंगे।" लेकिन सरकारी संस्था की ओर से बेदखली का काम शुरू हो गया है। उन्हें झुग्गी छोड़ने की धमकी दी जा रही है। लेकिन अब सांसद सुरेंद्र सिंह अहलुवालिया और विधायक लक्ष्मण घोरुई गायब हैं। इसलिए उन्होंने गुमशुदगी का पोस्टर दे दिया।
दुर्गापुर पश्चिम के बीजेपी विधायक लक्ष्मण घरुई ने कहा, ''तृणमूल के नेता बेरोजगार लड़कों को पैसे देकर ये काम कर रहे हैं। सांसद सुरिंदर सिंह अलुवालिया और वे हमेशा लोगों के पक्ष में हैं। नगर निगम चुनाव न करवाकर उन्होंने लोगों के बीच भ्रम फैलाने के लिए तृणमूल की आलोचना की। जिला तृणमूल के उपाध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने भाजपा की आलोचना की और कहा, "वे लोगों के साथ नहीं रहते हैं और वे लोगों के संपर्क में नहीं रहते हैं। वे चुनाव के दौरान विभिन्न वादे करते हैं लेकिन वे पूरे नहीं होते हैं। इसलिए लोग कहते हैं कि वे गायब हैं। तृणमूल पर बीजेपी सांसद सुरिंदर सिंह अहलुवालिया ने हमला करते हुए कहा कि बुआ भतीजा को लेकर ही मां माटी मानुष की टीएमसी व्यस्त हैं'' उस इलाके के लोगों ने उन्हें समस्या की जानकारी नहीं दी लेकिन वह दुर्गापुर में हैं। लापता का पोस्टर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए तृणमूल कांग्रेस द्वारा लगाया गया है।